जीवाश्म ईंधन क्या है:
ईंधन(indhan) :- कोई भी काम बिना ऊर्जा का नहीं होता है । चाहे किसी भी प्रकार की ऊर्जा क्यों न हो । ऊर्जा, ईंधन से ही तैयार होता है । जब तक ईंधन को खपत नहीं करेंगे तब तक ऊर्जा प्राप्त नहीं होगा । कुछ ऊर्जा ही ऐसा होता है । जो यांत्रिक रूप से तैयार किया जाता है । मोटर साइकिल, कार, बस, ट्रक, रेलगाड़ी, मालगाड़ी एंव ट्रेक्टर इत्यादि । ईंधन से ही चलता है । वर्तमान समय में रेलगाड़ी बिजली पर चलने लगा है । फिर भी बिजली भी ईंधन के द्वारा ही तैयार होता है ।
ईंधन की परिभाषा :
यदि संक्षेप में ईंधन किसे कहते हैं, का परिभाषा की चर्चा करेंगे तो इसका जवाब होगा । वैसा पदार्थ जिसका उपयोग ऊर्जा प्राप्त करने के लिए तथा ऊर्जा को एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है । वह ईंधन कहाँ जाता है । ईंधन का परिभाषा ये भी दे सकते है । वैसा पदार्थ जिसका उपयोग खाना बनाने के लिए किया जाता है । उसे ईंधन कहाँ जाता है ।
जीवाश्म ईंधन : वैसा ईंधन जो पेड़, पौधों, एंव जिव जन्तुओं के सरने गलने पर तैयार होता है । वह जीवाश्म ईंधन कहलाता है । जीवाश्म ईंधन की उत्पत्ति, जब लाखों वर्षो तक जिव, जंतु एंव पेड़- पौधों धरती के अंदर दबे रह जाते है । उसके बाद जो उनका उपयोग ईंधन के लिए किया जाता है । इस प्रकार के ईंधन को जीवाश्म ईंधन के अंतर्गत रखा जाता है । जीवाश्म ईंधन बहुत ही पावरफुल होता है ।
जीवाश्म ईंधन का उदाहरण:
यदि जीवाश्म ईंधन का उदाहरण के रूप में समझना चाहते है, तो कोयला, पेट्रोल, डीजल एंव मिट्टी तेल जीवाश्म ईंधन का रूप है । इस प्रकार की ईंधन की उत्पत्ति, जब पेड़, पौधों एंव जिव जंतु धरती के अंदर दब गए थे । जब इसको देखा गया तो यह ईंधन का रूप पकड़ लिया था । इसी प्रकार के कच्चे ईंधन को धरती से ऊपर निकाल कर केमिकल के द्वारा रिफाइनिंग किया जाता है । उसके बाद ही मिट्टी तेल, डीजल तथा पेट्रोल का रूप पकड़ लेता है । यदि साधारण भाषा में जीवाश्म ईंधन क्या है,का परिभाषा ढूंढे । इसका परिभाषा होगा, पेड़, पौधे एंव जिव जन्तुओं को लाखों वर्षो तक धरती के अंदर रखे जाने पर जो ईंधन तैयार होता है, उसे जीवाश्म ईंधन कहाँ जाता है ।
जैविक ईंधन(jaivik indhan kise kahate hain): यह ईंधन मानव निर्मित ईंधन है । जैसे की डीजल की पैदाबार पेड़ के द्वारा किया जाता है । जानवर के गोबर द्वारा भी ईंधन तैयार किया जाता है । इस प्रकार के ईंधन को जैविक ईंधन कहाँ जाता है । बहुत से ऐसे देश है । जिसमे ईंधन की पूर्ण रूप से खपत हो गई है, या थोड़ा बहुत बच गया है । उस देश में जैविक ईंधन द्वारा ही अपने देश की आवश्यकता को पूर्ति करना चाहता है । क्योंकि जब अपने देश में इस तरह की ईंधन नहीं होती है । तो दूसरे देश से मंगाना परता है । अर्थात आयात करना पड़ता है । जो की आयात करने में काफी खर्च आती है ।
इसलिए बहुत से देश जैविक ईंधन के द्वारा ही अपने देश की आवश्यकता को पूर्ति करना चाहता है । तांकि दूसरे देश से नहीं मंगाना परे । और जब इस प्रकार की ईंधन को अपने देश में ही तैयार करता है । तो उस देश में रोजगार भी बहुत को मिल जाता है । जिससे बेरोजगारी की भी समस्या कुछ घटती है । और देश का लॉस भी कम जाता है । तथा सस्ता भी मिल जाता है ।
भारत में जैविक ईंधन :
भारत भी जैविक ईंधन के उत्पादन में आगे बढ़ा है । यह देश पेट्रोल, डीजल तथा मिट्टी तेल का उपयोग कम करना चाहता है । क्योंकि हमलोग जो डीजल, पेट्रोल और मिट्टी तेल का प्रयोग करते है । उसका स्त्रोत हमारे देश में न के बराबर है । इसलिए हमारे देश को बाहर से मंगाना पड़ता है । जब इस प्रकार की ईंधन को बाहर से मंगाते है । तो बहुत ही महंगा पड़ता है । इसलिए हमारा देश इस प्रकार की ईंधन से मुक्त होकर यांत्रिक ऊर्जा के उपयोग की तरफ बढ़ रहे है । तांकि हमारे देश की लॉस कम हो ।
भारत देश भी जैविक ईंधन के उत्पादन में आगे है । क्योंकि इस देश में जो बेरोजगारी की संख्या जो बढ़ गई है । इसलिए इस प्रकार की ईंधन की उत्पादन से हमारे देश की बेरोगारी भी कम होगी । इसके साथ- साथ हमारे देश का लॉस भी कम होगा । क्योंकि हमलोग जो पेट्रोलियम का जो उपयोग करते है । यह हमारे देश में बहुत ही कम है । जिसे बाहर से मंगाना पड़ता है । और बाहर से मंगाने पर खर्च बहुत ही अधिक पर जाता है ।
स्वच्छ ईंधन एंव बेहतर जीवन :
यदि स्वच्छ ईंधन का प्रयोग करते है । उनसे किसी भी प्रकार की नुकसान हमारे जीवन पर नहीं पड़ता है । क्योंकि स्वच्छ ईंधन का प्रयोग करने से, उनसे जो गैस निकलती है । वह किसी भी प्रकार की नुकसान नहीं पहुँचाती है । इसलिए जब स्वच्छ ईंधन का प्रयोग करेंगे । तो इससे हमारा बेहतर जीवन होगा ।
जीवाश्म ईंधन से नुकसान :
जीवाश्म ईंधन का उपयोग करने से नुकसान भी होता है । इस ईंधन को उपयोग करने के बाद जो धुँवा निकलता है । वह पर्यावरण को काफी प्रभावित करता है । इसके साथ- साथ स्वस्थ पर भी काफी असर डालता है । अर्थात इसका उपयोग अधिक होने पर तरह- तरह की बीमारियाँ उत्पन्न होती है । जिसके चपेट में काफी मात्रा में लोग आ जाते है । इसके साथ- साथ इससे उत्पन्न होने वाला धुँवा बच्चे पर भी काफी बुरा असर डालता है ।
निष्कर्ष : इस ब्लॉग पोस्ट में हमनें जीवाश्म ईंधन क्या है, ईंधन, ईंधन किसे कहते है , जीवाश्म ईंधन, जीवाश्म ईंधन किसे कहते है, जैविक ईंधन, भारत में जैविक ईंधन, स्वच्छ ईंधन बेहतर जीवन इत्यादि के बारे में बताने की कोशिस किये है । यदि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद किसी भी प्रकार की क्वेश्चन आपके मन में बनती है । तो बेहिचक हमसे कमेंट के द्वारा संपर्क करे । उसका रिप्लाई हम जल्द से जल्द देने की कोशिस करेंगे ।
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