प्राकृतिक संसाधन से क्या जानते है ।

प्राकृतिक संसाधन : प्राकृतिक   में बहुत सारे वस्तु प्रचुर मात्रा में उपस्थित है । उनमे से कुछ वस्तु मानव के लिए सहायक है। तथा कुछ वस्तु मानव के लिए सहायक नहीं है । जो वस्तु मानव के लिए सहायक बनकर उपास्थि है। वह प्राकृतिक संसाधन है। कुछ प्राकृतिक संसाधन के नाम निम्न है –

जैसे :-पेट्रोलियम , वायु , जल मिटटी , प्रकाश  इत्यादि । 

प्राकृतिक संसाधन का प्रकार :

प्राकृतिक संसाधन दो प्रकार का होता है । :-

नवीकरण संसाधन :- वह वस्तु जो प्राकृतिक में  हमेशा उपस्थित रहता है । कभी समाप्त नहीं होता है । यदि समाप्त होता भी है। तो पुनः उतपन्न हो जाता है। वह नवीकरण संसाधन है। जैसे :- वायु , सूर्य की प्रकाश , जल , मिटटी इत्यादि नवीकरण संसाधन है ।क्योकि ये सब प्रमुख वस्तु पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में उपस्थित रहता है। यदि ये वस्तु पृथ्वी पर समाप्त हो जायेगा । तो जीव- जंतु का आस्तित्व भी समाप्त हो जायेगा ।

अनवीकरण संसाधन:- वह वस्तु जो पृथ्वी पर सिमित मात्रा में उपस्थित होकर मानव के लिए सहायक बना हुआ है। उसे अनवीकरण संसाधन कहते है । जैसे :- कोयला , पेट्रोलियम, इत्यादि अनवीकरण संसाधन की मात्रा सिमित रहता है। ये वस्तु यदि एक बार समाप्त हो जायेगा तो पुनः उत्पन्न होने में लाखो करोड़ो वर्ष लग सकता है ।

ये वस्तु पुनः उतपन्न होगा की नहीं होगा उसका ठिकाना भी नहीं रहता है । जैसे:- पेट्रोलियम का इस्तेमान काफी मात्रा में बढ़ता ही जा रहा है। और इसका उपस्थिति की मात्रा सिमित है। ये भण्डारण में घटता जा रहा है एक दिन ये भण्डारण में पुरे का पूरा समाप्त हो जायेगा । और यह पुनः उत्पन्न होने का कोइ सम्भावना भी नहीं है । यही कारन है की आज पेट्रोल , डीजल इत्यादि के दाम में जैसे लगता है ।की आग लग गया है । इसका दाम बढ़ता ही बढ़ता जा रहा है।

मानव निर्मित संसाधन :-

वह वस्तु जो मानव के द्वारा निर्मित किया जाता है । उसे मानव निर्मित संसाधन कहते है । जिसे :- किताब , कॉपी, पेन , टेबल , कुर्सी , पलंग , घर , सड़क, मोबाइल , गाड़ी, कम्प्यूटर , कपड़ा, दवा  इत्यादि । मानव अपनी आवश्कताओं को पूरा करने तथा कम समय में अधिक से अधिक कार्यो को पूरा करने के लिए अनेक प्रकार के तकनीक को अपना रहे है । तथा अनेक यंत्रो का निर्माण किये है । और  निर्माण करने का कोशिश कर रहे है । ये सभी मानव निर्मित संसाधन के अंतर्गत ही आता है । वर्तमान समय में मानव निर्मित संसाधन का खोज एवं विकास काफी जोर- शोर  से हो रहा है । 

संसाधन से मानव किस प्रकार सम्बंधित है ।

वह वस्तु जिसमे मानव को सहायता प्रदान होता है । वह मानव का संसाधन है । मानव कई सारे  वस्तुओ पर हमेशा निर्भर रहता है । कुछ वस्तु ऐसे भी है । जिसके बिना मानव पल भर भी जीवित नहीं रह सकता है । जैसे :- वायु मानव के लिए इतना सहायक है । की इसके बिना मानव तथा कोइ भी जीव जंतु का आस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा । मानव तथा कोइ भी जीव जंतु अनेक सहायक वस्तुओ पर हमेशा निर्भर रहता है । और आपस में भी मनुष्य एवं जीव जंतु एक दूसरे पर निर्भर रहता है । 

वायु की उपस्थिति एवं उपयोग :-

वायु एक गैसीय मिश्रण है । जो वायुमंडल में उपस्थित रहता है । वायु में लगभग 78 % नाइट्रोजन , 21 % ऑक्सीजन और इसके आलावा अल्प मात्रा में कार्बन – डाइऑक्साइड , जलवाष्प , अक्रिय गैस एवं धूलकण इत्यादि उपस्थित रहता है । जो जीव- जंतु एवं पेड़- पौधे के लिए अति – आवश्यक है ।

मनुष्य अपने श्वसन क्रिया के लिए हमेश ऑक्सीजन को ग्रहण करता है । तथा कार्बन – डाइऑक्साइड छोड़ता है । ये ऑक्सीजन हमारे शरीर में कोशिका के ईंधन के रूप में कार्य करता है । तथा कोशिका में उत्पन्न अवशिष्ट पदार्थ कार्बन – ऑक्साइड के रूप में बाहार निकलता है । तथा

पेड़ – पौधा  सूर्य की प्रकाश की उपस्थिति में अपना भोजन तैयार करता है । इसलिए पेड़- पौधा दिन -भर  भोजन बनाते समय कार्बन – डाइऑक्साइड ग्रहण करता है । तथा ऑक्सीजन छोड़ता है । क्योकि पौधा को भोजन बनाते समय कार्बन- डाइक्साइड की जरुरत पड़ता है । और रात पौधा सूर्य प्रकाश की अनुपस्थिति के कारण अपना भोजन तैयार नहीं करता है । इसलिए पेड़ – पौधा रात को श्वसन क्रिया के लिए ऑक्सीजन ग्रहण करता है । और कार्बन – डाइऑक्साइड छोड़ता है ।

 

निष्कर्ष:-  दोस्तों  हमने इस पोस्ट  में प्राकृतिक संसाधन के बारे में बताये है । इस पोस्ट को पढ़ने के बाद यदि किसी प्रकार की कठिनाई हो तो बेहिचक हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ  सकते है। उसका रिप्लाई हम जल्द से जल्द देने की कोशिस करेंगे । 

अन्य पाठ भी पढ़े :

3 thoughts on “प्राकृतिक संसाधन से क्या जानते है ।”

Leave a Comment