padarth kise kahate hain। पदार्थ किसे कहते है । पदार्थो का वर्गीकरण

padarth kise kahate hain(पदार्थ किसे कहते हैं):

इस दुनिया में जो भी वस्तु दिखाई देती है । चाहे वस्तु बड़ा हो या चाहे वस्तु छोटा हो सभी पदार्थ ही होता है । इसमें एक अपवाद वाली बात आ जाती है । जैसे की हवा को हम नहीं देख सकते है । परन्तु यह भी पदार्थ है । पदार्थ का कुछ उदाहरण बताने की कोशिस कर रहा हूँ ।

पदार्थ का कुछ उदाहरण है । कुर्सी, कलम, मोबाइल, बल्ब इत्यादि पदार्थ का ही उदाहरण  है । padarth kise kahate hain(पदार्थ किसे कहते हैं)। इसका मैं एक विशेष परिभाषा बताने जा रहा हूँ ।

परिभाषा : वैसा वस्तु जिसमें  द्रवमान हो, जो स्थान घेरती है । एंव जिसकी आप्तभा कारों होता है । वह पदार्थ कहलाता है ।

पदार्थ (padarth) का वर्गीकरण :   

पदार्थ का वर्गीकरण विभिन्न परिस्थितिओ एंव रूपों के आधार पर किया जाता  है । जिसका नाम निम्न है:-

(i) भौतिक

(ii) रासायनिक

भौतिक गुणों के आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण : 

भौतिक गुणों के आधार पर पदार्थ को तीन रूपों में विभाजित किया गया है । जिसका नाम निम्न है

(i) ठोस

(ii) द्रव

(iii) गैस

रासायनिक गुणों के आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण :

रासायनिक आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण तीन तरह से किया गया है:-

(i) तत्व

(ii) यौगिक

(iii) मिश्रण

पदार्थ (padarth) के गुण :

पदार्थ में पाए जाने वाले गुण निम्न है :

(i) पदार्थ अत्यंत सूक्षम एंव मौलिक कणों से बना होता है । अर्थात वैसा कण जिसे खंडन नहीं किया जा सके ।

(ii) पदार्थ के कणों के बिच रिक्त स्थान होता है । रिक्त स्थान का कर्मानुसार निम्न प्रकार से किया जा सकता है ;-

ठोस< द्रव < गैस

(iii) पदार्थ(padarth) के कण निरंतर अर्थात हमेशा गतिशील होते है ।

(iv) पदार्थ के प्रत्येक कणों के बिच  आकर्षण बल होता है । जिसके कारण पदार्थ के प्रत्येक कण एक दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करते है ।

पदार्थ (padarth)की अवस्था :

पदार्थ तीन अवस्थाओं में पाया जाता है । (i) ठोस (ii) द्रव (iii) गैस

(a) ठोस : जिस पदार्थ का आकार और आयतन निश्चित होता है । वह पदार्थ के अंतर्गत आता है । ठोस पदार्थ का कुछ उदाहरण निचे बताने की प्रयास कर रहा हूँ ।

ठोस पदार्थो का कुछ उदाहरण  : पत्थर, कुर्सी, किताब इत्यादि ठोस पदार्थ का ही उदाहरण है ।

ठोस पदार्थो का गुण :

ठोस पदार्थो का गुण निम्न है।

(i) इसका आयतन निश्चित होता है ।

(ii) इसका आकार निश्चित होता है ।

(iii) जब ठोस पदार्थ पर कोई भी प्रकार की बाहरी बल लगाया जाता है । तो वह टूट सकता है । परन्तु उसका आकार नहीं बदल सकता है।

(iv) इसमें कणो के बीच रिक्त स्थान बहुत ही कम होते है ।

(v) ठोस पदार्थो में आकर्षण बल अधिक होता है । जिसके  कारण से ठोस पदार्थो का आपस में काफी

सटे-सटे होते है ।

(b) द्रव: वैसा पदार्थ जिसका आयतन निश्चित होता है । परन्तु आकार अनिश्चित होता है । उसे द्रव कहाँ जाता है ।

द्रव को जिस बर्तन में रख देते है । उसी बर्तन का रूप पकड़ लेता है ।

द्रव का उदाहरण : द्रव का कुछ उदाहरण बताने जा रहा हूँ। जिसका नाम निचे निम्न है:-

दूध, पानी, तेल तथा घी इत्यादि द्रव का उदाहरण है ।

द्रव पदार्थ का गुण : 

(i) इसके आयतन निश्चित होते है ।

(ii) इसका आकार अनिश्चित होते है ।

(iii) इस पदार्थो में ठोस की अपेक्षा आकर्षण बल कम होता है । जिसकी वजह से इसके कणों के बिच रिक्त स्थान अधिक होता है ।

(iv) यह पदार्थ तरलता के गुण को स्पस्ट करता है ।

(c) गैस : वैसा पदार्थ जिसका न तो आकार निश्चित होते है, तथा न ही आयतन निश्चित होते है । वह गैस कहलाता है ।

गैस का उदाहरण : इसका उदाहरण हाइट्रोजन, नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन इत्यादि है ।

गैसीय पदार्थ (padarth) का गुण :

(i) इसका आकार अनिश्चित होता है ।

(ii) इसका आयतन अनिश्चित होता है ।

(iii) इसके कणों के बिच रिक्त स्थान बहुत ही कम होता है ।

(iv) इसके कणों का आकर्षण बल भी बहुत ही कम होता है ।

 पदार्थ  का  द्रव्यमान : 

किसी भी पदार्थ का द्रव्यमान, उसमे उपस्थित द्रव्य की मात्रा होता  है । द्रव्यमान हमेशा स्थिर रहता है । अर्थात द्रव्यमान कभी बदलता नहीं है । किसी भी पदार्थ में द्रव्य की मात्रा हमेशा स्थिर रहता है ।

रासायनिक आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण की व्याख्या :

तत्व:- पृथ्वी पर पाए जाने वाले मुलखंड को तत्त्व कहा जाता है । तथा एक ही परमाणु से बने पदार्थ को तत्व के अंतर्गत रखा जाता है । इसका कुछ उदाहरण निचे बताने की कोशिस कर रहा हूँ । इसका उदाहरण सोना, चाँदी, हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन इत्यादि है । तत्व पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है ।

पृथ्वी पर किसी भी वस्तु का निर्माण तत्व से ही होता है । इसमें वस्तु पर निर्भर करता है । किस प्रकार का चीज बनाना है । उस तरह का वस्तु से तैयार किया जाता हैं । जैसे की कंप्यूटर का निर्माण, बिजली बल्व का निर्माण, बड़े से बड़े गाड़ियों का निर्माण इत्यादि तत्व से ही किया जाता है ।

यौगिक :-  यह  दो या दो से अधिक पदार्थो को निश्चित अनुपात में मिलाने से बनता है । इसमें दो या दो से अधिक पदार्थो को मिलाने पर जो नया पदार्थ बनता है । उसका अनुपात निश्चित होता है । जैसे की यौगिक का कुछ उदाहरण पानी जिसका रासायनिक सूत्र H2O होता है । इसमें हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का एक निश्चित अनुपात में मिलाने से पानी तैयार होता है ।  इसका अनुपात 2:1 है । अर्थात इसमें पानी का दो भाग एंव ऑक्सीजन का एक भाग मिलाया गया है । HCL इसमें हाइड्रोजन तथा क्लोरीन की मात्रा 1:1 होता है ।

मिश्रण :-  जब दो या दो से अधिक पदार्थो को किसी भी अनुपात में मिलाया जाता है । तो वह मिश्रण तैयार हो जाता है । इसलिए यदि मिश्रण की परिभाषा जानना चाहते है, तो इसका परिभाषा दो या दो से अधिक पदार्थो को अनिश्चित अनुपात में मिलने से जो पदार्थ बनता है । वह मिश्रण कहलाता है । इसका कुछ उदाहरण चीनी एंव पानी का घोल, पानी एंव नमक का घोल इत्यादि मिश्रण का उदाहरण है ।

निष्कर्ष : इस  पोस्ट में पदार्थ किसे कहते है । padarth kise kahate hain, पदार्थ का वर्गीकरण, एंव पदार्थ से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की जानकारी का उल्लेख किया हूँ । यदि इस प्रकार की जानकारी को पढ़ने के बाद किसी भी प्रकार की क्वेश्चन आती है । तो बेहिचक हमसे संपर्क कर सकते है । उसका रिप्लाई हम जल्द से जल्द देने की कोशिस करेंगे ।

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